एयमयूसीसी (कोर्दिनाशन कमेटी) गैर राजनितिक संस्था द्वारा अथक प्रयास
नयी दिल्ली - एयमयू किशनगंज सेंटर के स्थापना के बारे में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिबल के द्वारा नकारात्मक एवं झूट बयान बाजी पश्चात यू पी ए अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गाँधी ने आश्वसा दिलाया के वो अपना वादा पूरा करेंगी. २२ मार्च को एयमयूसीसी (कोर्दिनाशन कमेटी) ने कपिल सिबल से भेंट की. पिछ्ले ३ महीनों से एयमयू किशनगंज सेंटर की फाइल केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिबल के पास जस की तस रखी है. कपिल सिबल ने साफ़ साफ़ मना कर दिया की एयमयू किशनगंज सेंटर नहीं बन सकता. कपिल सिबल कई झूठे बहाने बना कर बात को टालने का प्रयत्न किया. उसका नकारात्मक एवं असभ्य वयवहार देख एयमयूसीसी (कोर्दिनाशन कमेटी) टीम भरक उठी. यह भेंट को पूर्व केंद्र मंत्री राम विलास पासवान के निर्तत्व में हुवा था. तभी एयमयूसीसी ने किशनगंज सांसद श्री असरारुल हक कासमी के निर्तत्व में श्रीमती सोनिया गाँधी से २३ मार्च को भेंट कर अपनी बात रखी.
श्रीमती सोनिया गाँधी के सकारात्मक एवं सभ्य वयवहार ने एयमयूसीसी (कोर्दिनाशन कमेटी) टीम का ह्रदय जीत लिया. किशनगंज सांसद श्री असरारुल हक कासमी ने उनके समक्ष साड़ी बातें कही. मैडम ने वडा किया किया के वो एयमयू किशनगंज सेंटर के स्थापना के लिए प्रतिबध्य हैं, श्रीमती सोनिया गाँधी ने एयमयूसीसी के १५ लोगों की वही टीम जिसको कपिल सिबल ने मन कर दिया था के समक्ष कहा की उन्हें किशंग्नाज की जनता को किया गया वडा याद है. जिसको वो पूरा करेंगी.
एयमयूसीसी की पीआरओ टीम ने मीडिया को कहा की कांग्रेस एयमयू किशनगंज सेंटर को ले कर राजनिति कर रही है. क्या कपिल सिबल ने इस बारे में सोनिया गाँधी की बात नहीं मंनेंगे या ये केवल आरोप प्रत्यारोप द्वारा देरी करने की राजनिति है? यदि सोनिया गाँधी सत्य में एयमयू किशनगंज सेंटर के स्थापना के बारे में इतनी व्याकुल हैं तो फिर कपिल सिबल अपनी मनमानी क्यों कर रहा है. ज्ञात हो के उत्तर प्रदेश चुनाव में भी कांग्रेस ने एयमयू किशनगंज सेंटर के स्थापना का वडा किया था.
किशनगंज सांसद श्री असरारुल हक कासमी ने कहा की उनहोंने बिहार सर्कार से २२४ ऐकढ़ जमीन लेने के लिए काफी संघर्ष किया. परन्तु अब उनकी ही सर्कार इस मामले को टाल मटोल कर रही है. उन्हेने सेंटर स्थापित में हो रही देरी को बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण बताया. चेतावनी दी के यदि कांग्रेस सरकार ने देरी की तो वो संसद में अपना इस्तीफा दे देंगे और सर्कार के खिलाफ दिल्ली, बिहार एवं किशनगंज में जन आन्दोलन चलेंगे. एयमयूसीसी (कोर्दिनाशन कमेटी) ने १९ मार्च को दिल्ली के जंतर मंतर पर १०००० लोगों की संख्या में धरना दिया था. एयमयूसीसी ने धमकी दी के शिक्षा के मंदिर स्थापित करने यदि जो कोई भी अर्द्चानें लगाएगा उसको माफ़ नहीं किया जाएगा.
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