ऐसा प्रतीत हो रहा है की एक बार फिर ए ऍम यू किशनगंज का मामला केंद्र सर्कार की अनदेखी से ठन्डे बसते में चला गया है! ज्ञातव हो की मई के आखरी हफ्ते में ही राष्ट्रपति के दफ्तर से ए ऍम यू किशनगंज की फाईल श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल से स्वीकृति मिलने के बाद मानव संसाधन मंत्रालय पहुँच गया है! उसके बाद ए ऍम यू किशनगंज की फाईल को वित्त मंत्रालय भेजा जाना था ताकि पचास करोड़ की राशी को परस्तावित कैम्पस के लिए जारी किया जाता! केंद्र सरकार के द्वारा निर्गत की गयी राशी से ए ऍम यू किशनगंज निर्माण कार्य बिहार सरकार द्वारा दी गयी २२४.०२ एकड़ भूमि पर शुरू किया जायेगा!
लेकिन राष्ट्रपति से स्वीकृति मिले हुए अब करीब एक महिना गुजर जाने के बाद भी प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोई राशी स्वीकृत नहीं किया गया है! केंद्र सरकार और विपक्ष की पार्टियाँ राष्ट्रपति चुनाव को लेकर काफी व्यस्त हैं और जिसके वजह से ए ऍम यू किशनगंज का काम ठन्डे बसते में चला गया है! अब तोह यह कयास लगाये जा रहे हैं की शायद इस वर्ष से किशनगंज में अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय का सत्र प्रारंभ हो पाए! केंद्र सरकार के द्वारा की जा रही देरी का हाल ही में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने किशनगंज में सेवा यात्रा के दौरान जम के आलोचना की! इस राजनितिक दाव पेंच में किशनगंज, सीमांचल और बिहार की जनता काफी मायूस नज़र आ रही है और उनकी कामना है की कांग्रेस द्वारा संचालित यू पि ए सरकार जल्द से जल्द ५० करोड़ की रकम सेंटर को खुलवाने के लिए अनुमोदित करे!
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