Tuesday, 28 June 2016

अपील! पैगंबर मोहम्मद स० पर किशनगंज के पत्रकार की आपत्तिजनक टिप्पणी पर संयम रखने की अपील

रमज़ान के पवित्र महीने कल किशनगंज शहर के निवासियों खासकर मुसलमानों में काफी रोष का माहौल था और विभिन्न व्हाट्सएप ग्रूप में बहुत ही उथल-पुथल का माहौल था! वजह थी किशनगंज के एक स्थानीय पत्रकार प्रोफेसर उमेश नंदन सिन्हा के व्हाट्सएप नंबर से इस्लाम धर्म के पैग़म्बर मोहम्मद सल्लल्लाहो एलहिए वसल्लम की जिंदगी को रमज़ान के पवित्र महीने के इतिहास को बड़े ही भद्दे अंदाज़ में जोड़कर शेयर किया! उस पोस्ट में सरासर झूठी और वाहियात बातें लिखी गई थीं जिसे पढ़कर किसी भी धर्म के मानने वाला व्यक्ति निंदा ज़रूर करेगा! यह बड़े ही अफसोस की बात है कि यह बातें लिखने वाला कोई नासमझ नहीं है बल्कि वह एक बहुत ही बड़े बुद्धजीवी पत्रकार है जो शहर के एक स्थानीय कॉलेज में प्राध्यापक भी रह चुकें हैं! किशनगंज और सीमाँचल के सक्रिय व्हाट्सएप ग्रूप में प्रोफेसर उमेश नंदन सिन्हा की घोर निंदा की गई और ग्रूप के सदस्यों ने उनपर कानूनी कारवाई की माँग की है! मामले की गम्भीरता को देखते हुए सूत्रों के मुताबिक किशनगंज प्रेस कल्ब के अद्यक्ष श्री सुख सागर ने किशनगंज सदर थाना में पत्रकार प्रोफेसर उमेश नंदन सिन्हा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज़ कराई! ताज़ा जानकारी के अनुसार पुलिस ने आरोपी पत्रकार को झारखंड से गिरफ्तार कर लिया है! इस संबंध में ज्यादा जानकारी की अभी प्रतीक्षा है! 



कुछ घंटों पहले आरोपी पत्रकार ने चौतरफ़ा निंदा के बाद अपने फेसबुक वाल पर लिखा है कि "मेरा मोबाइल गुम हों गय़ा है और कोई दूसरा मेरे फेस बुक और व्हट्सप्प को हैक कर उसका गलत उपयोग कर रहा है कृपया किसी भी गलत पोस्ट को कृपया इग्नोर करें..उमेश...."! लेकिन अभी भी लोगों में काफी गुस्सा है और रमज़ान के पवित्र महीने में इस तरह की अनाप-शनाप बातें लिखना साम्प्रदायिकता फैलाने वाले समूहों के लिए एक बेहतरीन माध्यम हो सकता हैं! वैसे भी हालिया दिनों में व्हाट्सएप ग्रूप के जरिए धर्म के नाम पर आपत्तिजनक मेसेज फैलाकर देशभर में कई दंगे हुए हैं, जिससे देश में शांति भंग हुई है और नुकसान देशवासियों को हुआ है! 

किशनगंज शहर और जिला देश के बहुचर्चित गंगी - जमनी तहज़ीब का बेहतरीन मिसाल रहा है! इस जिले में सरकारी आँकड़ों के मुताबिक 70 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, लेकिन यहाँ के निवासी "सर्वधर्म सहाय" की भावना से जीते हैं! चाहे मुसलमानों के त्यौहार ईद-उल-फितर, बकरीद या मोहर्रम हों या हिन्दुओं के त्यौहार होली, दिवाली, दुर्गापूजा, या सिखों के त्यौहार किशनगंज जिले में सारे त्यौहार बड़े ही सौहार्द और आपसी भाई चारे से मनाए जाते हैं! सच कहें तो जो बाहर से भी किशनगंज में कुछ दिन बिताने आता है तो यहाँ के लोगों की साधारण जीवनशैली और आपसी सौहार्द को देखकर कायल हो जाता है! खुद मुझसे किशनगंज जिले के पूर्व पुलिस अधीक्षक (एसपी) श्री राजीव रंजन ने इस जिले की तारीफ में कई बार कहा था कि वाकई यह स्थान देश का स्वर्ग है और देशवासियों के लिए सर्वधर्म एकता की बड़ी मिसाल है! 

हालाँकि प्रोफेसर नंदन सिन्हा ने अपने फेसबुक वाल पर एक साधारण पोस्ट लिख कर अपने अकाउंट हैक होने और ग़लत पोस्ट करने पर इग्नोर करने की सलाह दी है! लेकिन उन्होंने कहीं भी पैग़म्बर मोहम्मद सल्लल्लाहो एलहिए वसल्लम पर किए गए आपत्तिजनक पोस्ट के लिए कोई क्षमा नहीं माँगी है! किशनगंज प्रशासन ने मामले को काफी गंभीरता से लेते हुए आरोपी पत्रकार को गिरफ्तार किया है लेकिन अभी तक इसकी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है! साथ ही साथ शहर में शांति और सौहार्द का माहौल बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह तत्पर है और इसी सम्बन्ध में आज सुबह फ्लैग मार्च भी निकाला गया! वही जिले में विभिन्न धर्मों के लोगो के दूारा गठित शांति-समिति ने भी बैठक करने जा रहा है! किशनगंज जिला प्रशासन और विभिन्न समितियाँ तो अपना काम कर रही हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि शहर और जिले की आम जनता इस घड़ी पूरा संयम बरतें! कानून के मुताबिक आरोपी पत्रकार की इस मामले में संलिप्ता के बारे में छानबीन हो जाएगी और अगर वे दोषी पाए गए तो सज़ा भी मिलेगी!  यह आम जनता की बड़ी जिम्मेदारी है कि वे व्हाट्सऐप, फेसबुक आदि सोशल मीडिया में गंभीरता से मैसेजों का आदान - प्रदान करें, और एक-दूसरे से मिलकर भी शांति और धैर्य बनाए रखने की अपील करें! वरना हमारी नादानी से नापाक लोग इस घड़ी का गलत फायदा उठा सकते हैं और हमें नुकसान पहुँचा सकते हैं और एक हफ्ते बाद मनाए जाने वाले ईद के त्यौहार बदरंग हो सकता है! 

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