सीमांचल के लोगों का विकास तभी संभव है, जब जन-जन तक शिक्षा की रोशनी पहुंचेगी। इसी उद्देश्य से कोचाधामन के सोन्था में अंतरराष्ट्रीय तालीमी कांफ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश के कई दिग्गजों और बुद्धिजीवियों का जमावड़ा होगा। यह बातें शुक्रवार को बिहार अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मिन्नत रहमानी ने सुभाषपल्ली स्थित मदरसा अंजुमन इस्लामिया में बैठक के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय तालीमी कांफ्रेस में शिक्षा मंत्री, बिहार अशोक चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री डा. अब्दुल गफूर, निदेशक एनसीपीयूएल प्रो.रजा करीम, एएमयू के उप कुलपति बिग्रेडियर सैयद अहमद अली, मौलाना वली रहमानी और डा. अशफाक अहमद करीम सहित कई शिक्षाविद शिरकत करेंगे। उन्होंने बताया कि कोशिश रहेगी कि एएमयू शाखा किशनगंज में सत्र 2017 से वर्ग नवमी और वर्ग 11 वीं की पढ़ाई शुरू हो जाए।
एनसीपीयूएल द्वारा उत्तर भारत और दक्षिण भारत में दो रिजनल सेंटर खोले जाने हैं। निदेशक एनसीपीयू प्रो. रजा करीम से विचार-विमर्श कर आग्रह किया जाएगा कि उत्तर भारत में खोले जाने वाले रीजनल सेंटर सीमांचल के ही किसी जिले में खोलने की व्यवस्था की जाए। इस दौरान मुख्य रुप से ह्यूमन चैन के अध्यक्ष इंजीनियर मो. असलम अलीग, प्रो. खालिद मुसब्बीर, सलमान अख्तर, अबरारउज्जमा और रागीबुल ऐन सहित कई लोग मौजूद थे।
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