Friday, 30 December 2016

मुद्दा! नए साल मनाने के लिए नहीं हैं किशनगंज में अच्छे पार्क (Park) या स्थल

नए साल 2017 में अब सिर्फ 2 दिन बाकी रह गए हैं और देश एवं दुनिया के लोग आने वाले साल को शानदार और यादगार तरीके से मनाने के लिए तैयारियों में जुटे हैं! देश व दुनिया की तरह किशनगंज ज़िले के लोग भी नए साल की तैयारियों में जुटे हैं लेकिन यहाँ पिकनिक मनाने के लिए बहुत कम विकल्प उपलब्ध हैं! खासकर जिला मुख्यालय में लोगों के लिए सिर्फ नेहरू शांति पार्क ही एक विकल्प उपलब्ध है जबकि कारगिल शहीद पार्क तो रखरखाव के अभाव में सालोंभर लगभग बंद ही पड़ा रहता है ! हालाँकि लोग जिला मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर स्तिथ ओद्रा घाट (बेलवा) और मस्तान चौक में महानंदा नदी में जाके पिकनिक मानते हैं लेकिन ये स्थल परिवार के साथ खासकर छोटे बच्चों के साथ जाने के लिए उपयुक्त नहीं हैं! वहीँ कुछ शौक़ीन लोग किशनगंज से करीब 110 से 150 किलोमीटर दूर स्तिथ सिलीगुड़ी, मिरिक आदि स्थलों में जाकर नए साल में पिकनिक मानते हैं लेकिन ये विकल्प भी सबके लिए उपयुक्त नहीं हैं!





बात किशनगंज जिला मुख्यालय की करें तो इस शहर की सुंदरता को लेकर जिला प्रशासन के साथ - साथ नगर परिषद् कभी गंभीर नहीं दिखे हैं! हालाँकि किशनगंज को शहरी सौन्द्रीयकरण के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं से समय - समय पर अनुदान राशि मिलती रहती है लेकिन इन फंडों का सही इस्तेमाल नहीं किया जाता है! जिला प्रशासन एवं नगर परिषद् की नज़रअंदाजी का सबसे बड़ा उदहारण डीएम (जिला पदाधिकारी) आवास के निकट स्तिथ नेहरू शांति पार्क है जिसका रखरखाव काफी साधारण है और ये पार्क सबके लिए उपयुक्त नहीं है! इस पार्क का छेत्रफल किशनगंज शहर की लाखों की आबादी के हिसाब से काफी छोटा है और इसमें सुविधाएँ नहीं के बराबर हैं! नेहरू शांति पार्क में बच्चों के खेलने के लिए भी नाम मात्र की सुविधाएँ मौजूद हैं! वहीँ डेमार्केट सब्जी मंडी के समीप स्तिथ कारगिल मेमोरियल पार्क भी काफी जर्जर स्तिथि में है! यह पार्क भी शहर के मुख्य छेत्र में है और जिला समाहरणालय से सिर्फ 500 मीटर की दुरी पर है और रुईधासा मैदान से सटा हुआ है! इतने प्राईम लोकेशन में स्तिथ होने के बावजूद कारगिल शहीद पार्क के रखरखाव में पूरी नज़रअंदाजी की जाती है! सूत्रों के मुताबिक इस पार्क के रखरखाव के लिए नगर परिषद् ने पिछले सालों में लाखों रुपए खर्च किया है लेकिन पार्क देखकर आपको एहसास हो जायेगा की रुपए कहाँ खर्च हुए हैं!

ये बहुत ही दुःख और चिंता की बात है कि जहाँ एक तरफ सरकार द्वारा सौन्द्रीयकरण के बड़े - बड़े दावे किये जाते हैं किशनगंज जिला मुख्यालय ऐसे दावों की पोल खोलता है! समय की माँग यह है कि जिला प्रशासन एवं किशनगंज नगर परिषद् शहर के सौन्द्रीयकरण को गंभीरता से ले और वर्तमान में नेहरू शांति पार्क और कारगिल शहीद पार्क में बेहतर रखरखाव के साथ बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाये! वहीँ स्थानीय विधायक डॉ० जावेद आज़ाद एवं सांसद मौलाना असरारुल हक़ से भी आग्रह है कि किशनगंज के सौन्द्रीयकरण की तरफ अपना ध्यान आकर्षित करें! वरना इस भाग - दौड़ की जिंदगी में स्थानीय लोगों एवं  बच्चों का जीवन नीरस होता जायेगा जिसके काफी दुष्परिणाम लंबे समय में हो सकते हैं! 

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