Thursday, 9 March 2017

लौचा पुल - अभियंताओं की टीम के निरक्षण से जगी उम्मीद


आखिरकार लंबे इंतेज़ार और संघर्ष के बाद किशनगंज ज़िला के टेढ़ागाछ प्रखंड के लोगों वासियों में कनकई नदी पर निर्माणाधीन लौचा पुल के निर्माण कार्य जल्द शुरू होने की उम्मीद जागी है । बुधवार, 8 मार्च 2017 को बिहार सरकार द्वारा गठित अभियंताओं की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर काफी लंबे समय से निर्माणाधीन पड़े लौचा पुल का बारिकी से निरक्षण किया। पटना से आई टीम में बिहार राज्य पुल निगम एवं प्लानिंग कमिशन के वरीय अभियंता की अगुवाई वाली टीम के अन्य सदस्य थे उपमुख्य अभियंता सुरेन्द्र यादव, अधीक्षण अभियंता हीरानन्द झा, अधीक्षण अभियंता शमीम अख्तर एवं वरीय परियोजना अभियंता शाकिर आलम थे। कनकई नदी पर निर्माणाधीन लौचा पुल को शीघ्र चालू करने के उद्देश्य से आई अभियंताओं की टीम के निरक्षण के दौरान किशनगंज सांसद मौलाना असराउल हक कासमी भी मौजूद थे। सांसद ने मदरसा में टीम के अभियंताओं से मुलाकात कर पुल निर्माण एवं नदी के बहाव, कटाव सहित अन्य जरुरी जानकारी अभियंताओं को दी। पुल के निर्माण स्थलों तथा नदी का जलस्तर आदि का मुआयना करते निर्माणाधीन पुल के छत के ऊपर भी जाकर विभिन्न ¨बदुओं की जांच की। अभियंताओं ने बताया कि यहां से स्थल निरीक्षण के बाद पुल के निर्माण, पुल स्पैन में बढ़ोत्तरी, तटबंध के जरिए पुल को चालू करने, नदी की धारा सहित अन्य ¨बदुओं पर अपनी रिपोर्ट राज्य पुल निर्माण निगम को सौंपी जाएगी।



अभियंताओं की टीम के निरक्षण के बाद लौचा पुल संघर्ष समिति के सदस्यगण काफी प्रसन्न हैं और उन्होंने उम्मीद जताई है कि सरकार बचे हुए काम को जल्द पूरा करेगी । लौचा पुल संघर्ष समिति के सदस्यों ने अभियंताओं की टीम से बातचीत कर अपने सुझाव भी दिए । लौचा पुल संघर्ष समिति ने टीम को सुझाव दिया कि जो बचा कॉलम यानी पीलर है उसे पूरा कर के एप्रोच बना दिया जाए लेकिन अभियंताओं की टीम ने ये सुझाव नहीं माना और कहा की चैनल बनाने से नेचर के खेलाफ़ हो जाएगा और कामयाब नहीं हो पायेगा । साथ- ही- साथ अभियंताओं की टीम ने कहा कि आगामी मॉनसून (बरसात) से पहले बचे हुए पुल का काम पूरा नहीं किया जा सकता है । वहीँ लौचा पुल संघर्ष समिति ने ये चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही काम शुरू नहीं किया गिया गया तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे । 

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