किशनगंज की जनता पार्टी को देखकर वोट देगी या उम्मीदवार को ?
7 दिसंबर 2018 किशनगंज की राजनितिक परिधि पर एक बहुत बड़ा भूचाल लेकर आया, क्यूंकि जनता के चहेते और लोकसभा छेत्र से लगातार दो बार रहे सांसद मौलाना असरारुल हक़ कासमी की आसामयिक मृत्यु हो गई ! बेशक मरहूम मौलाना असरारुल हक़ कासमी की मौत सीमांचल के साथ - साथ कांग्रेस पार्टी के लिए भी बहुत बड़ा नुकसान था ! स्वर्गीय कासमी की मौत के फ़ौरन बाद ही किशनगंज के राजनितिक गलियारों में एक नई बहस छिड़ गई ! कांग्रेस पार्टी के स्थानीय विधायकों ने पार्टी आलाकमान में मौलाना के उत्तराधिकारी के रूप में 2019 के लोकसभा चुनाव के सांसद प्रत्याशी के तौर पर दावा ठोकना शुरू किया ! किशनगंज विधानसभा से विधायक डॉ० जावेद आज़ाद के साथ - साथ बहादुरगंज विधायक तौसीफ आलम और भूतपूर्व मंत्री अब्दुल जलील मस्तान के समर्थकों ने भी पुरे जोश-व-खरोश से कांग्रेस पार्टी से लोकसभा चुनाव के टिकट के लिए दावेदारी की है ! वहीँ कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में सक्रिय इंजीनियर मोहम्मद असलम अलीग की भी दावेदारी को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता है ! जबकि पाँचवे दावेदार के रूप में मौलाना के सपुत्र सऊद आलम का नाम चर्चा में है !
दूसरी तरफ कांग्रेस की रस्साकस्सी के बिच अन्य राजनितिक पार्टियों के खेमों में भी खलबली देखने को मिल रही है ! मौलाना की अचानक मौत से किशनगंज की राजनीति में आए उथल- पुथल के बीच कोचाधामन के भूतपूर्व विधायक एवं एएमआईईएम (AIMIM) के बिहार अध्यक्ष अख्तरुल इमान मजबूती से अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं ! अब तक कांग्रेस के साथ - साथ एनडीए (NDA) ने किशनगंज से अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है ! कांग्रेस पार्टी से 5 से 6 दावेदार हैं और UPA (महागठबंधन) का उम्मीदवार कौन होगा वो शायद चुनाव से कुछ दिन पहले ही घोषित होगा ! हालाँकि भारतीय जनता पार्टी से डॉ० दिलीप जयसवाल ने 2014 का चुनाव लड़ा था लेकिन उनकी उम्मीदवारी पर संशय बना हुआ है ! लेकिन एनडीए गठबंधन से जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता सैयद महमूद असरफ की भी दावेदारी को कमज़ोर नहीं कहा जा सकता !
ऐसे में अभी तक सिर्फ अख्तरुल ईमान ही एएमआईईएम की तरफ से किशनगंज के घोषित लोकसभा (सांसद) उम्मीदवार हैं ! उम्मीदवारों के नाम अभी तक साफ तौर पर घोषित नहीं होने पर आम जनता (मतदाताओं) में भी पशोपेश की स्तिथि है ! ऐसे में बड़ा सवाल है कि किशनगंज की जनता मौलाना से जुडी पार्टी यानि कांग्रेस के उमीदवार को वोट देगी ? या फिर जनता चुनाव मैदान में उतरे विभिन्न पार्टी के उम्मीदवारों में से सबसे अच्छे और योग्य उम्मीदवार को अपना मत देगी ! ऐसे में मई 2019 के लोकसभा चुनाव में किशनगंज की जनता को तमाम पहलुओं पर गौर करके अपना बहुमूल्य वोट देना चाहिए ! वहीँ पार्टियों को भी चाहिए कि वे समय पर अपने उम्मीदवार का नाम एवं घोषणापत्र को जारी करें ताकि मतदाताओं को अपना नेता चुनने में पूरा समय मिले ! एक स्वतंत्र विश्लेषक के रूप में मैं यह कह सकता हूँ कि किशनगंज में जो विकास की रफ़्तार है और जिले के स्थानीय मुद्दे हैं, वे एक स्थानीय और वर्षों से राजनीती में सक्रिय उम्मीदवार को ज़्यादा अच्छी तरह पता है !
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