Friday, 6 January 2012

अंधों में काना राजा! कमियों के बावजूद सदर अस्पताल किशनगंज बेहतर

किशनगंज : प्रखंड व जिला के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों व अन्य स्वास्थ्य कर्मियों का टोटा झेलने के बावजूद भी जिले का स्वास्थ्य विभाग बिहार के अन्य जिलों के अस्पतालों से बेहतर परिणाम प्रस्तुत करने में सक्षम रहा है. जिले में चिकित्सकों के 106 पद सृजित है. इसके सापेक्ष में जिले में मात्र 33 डॉक्टर कार्यरत हैं. वहीं सदर अस्पताल में 29 की जगह मात्र छह चिकित्सक हैर. फिर भी राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं को बखूबी संचालित किया जा रहा है.


वर्ष 2011-12 में ओपीडी में 33 दवा तथा आईपीडी में 110 प्रकार की दवाइयां मरीजों को मुफ्त में दी जा रही है. मरीजों को अस्पताल लाने और ले जाने के लिए 102 व 108 एंबुलेंस सेवा मुहैया करायी गयी है. 24 घंटा उपलब्ध इन सेवाओं के लिए मरीजों से मात्र नौ रुपया प्रति किमी शुल्क लिया जाता है. जबकि दुर्घटना होने की स्थिति में तथा बीपीएल कार्डधारियों को यह सुविधा निशुल्क उपलब्ध करायी जाती है. इनके अलावा सदर अस्पताल में ओपीडी व आईपीडी की सुविधा उपलब्ध है.

24 घंटे प्रसव सेवा सहित अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती हैं. वहीं बाजार से कम कीमतों पर मरीजों को पैथलॉजिकल जांच, एक्स रे, प्रसव पूर्व जांच, सुरक्षित गर्भपात, सीजिरियन सेवा आदि उपलब्ध करायी जाती है.
साथ ही मरीजों के लिए अस्पताल प्रबंधन द्वारा मुफ्त दवा, मुफ्त भोजन, ब्लड बैंक, रक्त चढ़ाने की सुविधा उपलब्ध करायी जाती है. वहीं टीबी रोग से ग्रसित व्यक्तियों का भी इलाज यहां किया जाता है.

इन सब के साथ बंध्याकरण व नसबंदी सेवा भी सदर अस्पताल प्रदान करता है और इसके एवज में मरीजों को परिवार नियोजन योजना के तहत पुरुषों को 1100 रुपया तथा महिलाओं को 600 रुपया की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है. छोटे बच्चों को मुफ्त में टीकाकरण दिया जाता है. 

सदर अस्पताल द्वारा मरीजों को प्रतिदिन मुफ्त दिये जाने वाले भोजन में सुबह के नाश्ते में छह पीस पावरोटी, अंडा, 200 एमएल दूध तथा एक पीस मौसमी दिया जाता है. जबकि दोपहर के भोजन में 125 ग्राम चावल, 50 ग्राम दाल, 150 ग्राम सब्जी और 50 ग्राम दही दिया जाता है. जबकि शाम के वक्त मरीजों को दो पीस ग्लुकोज बिस्कुट के साथ एक कप चाय दिया जाता है. वहीं रात के भोजन में चार रोटी के साथ 50 ग्राम दाल व 100 ग्राम सब्जी मुफ्त दिया जाता है.  वहीं स्वच्छता व सेहत का ध्यान रखते हुए अस्पताल में भरती मरीजों को प्रतिदिन अलग-अलग रंग का चादर मुहैया कराया जाता है.

अस्पताल प्रबंधन द्वारा अस्पताल के ड्रेसिंग म को 33 प्रकार की दवाइयों व अन्य सामग्री प्रदान की जाती है.
इन सब सुविधाएं प्रदान करने का ही नतीजा है कि आज क्षेत्र के सैकड़ों लोग प्रतिदिन यहां स्वास्थ्य लाभ करने पहुंचते हैं. प्रात अस्पताल खुलने से पूर्व से ही यहां लगी मरीजों की लंबी कतार अस्पताल की उपलब्धियां खुद बयां करती हैं.

No comments:

Post a Comment