Monday, 19 September 2016

किशनगंज के "शीस" को मिली एएमयू मेडिकल (MBBS) में बड़ी सफलता, सीमांचल के छात्रों / अभिभावकों के लिए बड़ी प्रेरणा



एक बहुत ही पुरानी और मशहूर कहावत है कि "होनहार बिरवा के चिकने - चिकने पात"! इस कहावत को सच कर दिखाया है किशनगंज ज़िले के पदमपुर (हांडीपोखर) गाँव के निवासी एवं अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के छात्र शीस मोहम्मद ने! शीस मोहम्मद ने नीट (NEET) के द्वारा आयोजित ऑल इंडिया संयुक्त (combined) प्रवेश परीक्षा के माध्यम से एएमयू के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल (JNMCH) में मेडिकल (MBBS) में नामांकन के लिए बड़ी सफलता हासिल की है! प्राप्त जानकारी के अनुसार शीस एक साधारण परिवार से संबंध रखते हैं लेकिन मेडिकल परीक्षा पास करने के लिए उनके जूनून और हौंसले में कोई कमी नहीं आई! शीस की सफलता में उनके पिता अहमद हुसैन का बहुत बड़ा हाथ रहा जिन्होंने एक किसान होने के बावजूद आर्थिक तंगियों का सामना करते हुए अपने लाड़ले के सपने को पूरा करने में हमेशा सहयोग और प्रोत्साहन दिया! वहीँ हर तरह की कठिनाईयों और चुनौतियों को दरकिनार करते हुए मेहनती शीस ने अपनी मंजिल प्राप्त कर ही ली जो किशनगंज ही नहीं बल्कि पुरे सीमांचल के लिए प्रेरणादायक है! खासकर शीस एवं उसके पिता उन छात्रों / अभिभावकों के लिए बड़ी प्रेरणा हैं जो आर्थिक तंगी या अन्य कारणों का बहाना बनाकर मंजिल से भटक जाते हैं या ऊँचा ख़्वाब देखना छोड़ देते हैं!



KBC (kishanganjbihar.com) के संपादक के साथ शीस के बड़े भाई सीमाब अहमद से बातचीत से कई अहम जानकारी मिली! सीमाब अहमद जो की स्वयं एएमयू में बीकॉम (B.COM) के छात्र हैं उन्होंने बताया की शीस  ने अपनी पढाई - लिखाई साधारण स्कूलों से की हैं! सबसे पहले शीस ने मॉडर्न पब्लिक स्कुल, जनता हाट से क्लास 1 से 5 तक की पढाई की है! उसके बाद उन्होंने बहादुरगंज मिडिल स्कूल से क्लास 6 से 8 तक की पढाई की! शीस ने रसल हाई स्कूल बहादुरगंज से वर्ष 2012 में 74% मार्क्स के साथ मैट्रिक की परीक्षा पास किया और वर्ष 2013 में एएमयू में क्लास XI (Class XI) में पीसीबी (PCB) में सफलता हासिल की! शीस  को वर्ष 2015 में 12 क्लास की परीक्षा पास करने के बाद पहले चांस (एटेम्पट) में मेडिकल में सफलता हाथ नहीं लगी! लेकिन उन्होंने दृढ निश्चय और कड़ी मेहनत से इस वर्ष एएमयू मेडिकल में सफलता हासिल की और सबके लिए एक मिसाल बन गए हैं! शीस के परिवार में 5 भाई एवं 3 बहनें हैं, लेकिन खेतीबारी से जुड़े होने के बावजूद उनके पिताजी को अपने बच्चों को पढ़ाने में पूरी दिलचस्पी रखते हैं! गौरतलब हो की शीस  के सबसे बड़े भाई अयाज़ अहमद अन्नामलाई यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग करने के बाद दिल्ली में नौकरी कर रहे हैं, जबकि दूसरे भाई दानिश अहमद और अब्दुल्लाह भी क्रमश: सहारनपुर और दारुल उलूम देवबंद में मदरसा में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं! 

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