किशनगंज जिला मुख्यालय के अंतर्गत चकला गाँव के समीप महानंदा नदी के किनारे स्तिथ अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयूए) कैंपस के निकट बाँध (बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य) के लिए टेंडर जारी किया गया है! बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग (Water Resource Department) के कार्यपालक अभियंता के कार्यालय ने दिनांक 09.01.2017 को अल्पकालीन निविदा आमंत्रण सुचना संख्या - 02-SBD/2016 - 17 के जरिए बाँध निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रकाशित किया है! करीब 42 करोड़ (4199.80 लाख) रुपए (राशि) के टेंडर के अनुसार प्रस्तावित अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय एवं पुलिस लाईन के निकट बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य को करने के लिए इच्छुक एजेंसियों को आमंत्रित किया गया है! टेंडर के सम्बंधित सूचना निचे दिए गए टेंडर आमंत्रण सूचना में दी गई है और कार्य समाप्ति की अवधि 25 मार्च 2018 है!
गौरतलब हो कि पिछले वर्ष 2016 में महानंदा नदी में आई भयंकर बाढ़ से एएमयू किशनगंज कैंपस की नवनिर्मित चहारदीवारी को काफी नुकसान पहुंचा था! एक अनुमान के मुताबिक करीब 70 से 80 लाख की राशि का नुकसान चहारदीवारियों के काम से हुआ था! हालाँकि निर्माण एजेंसी ने विवि से एग्रीमेंट (समझौते) के अनुसार छतिग्रस्त दीवारों की मरम्मत में सहमति जताई थी लेकिन फिर भी महानंदा नदी के तट (किनारे) पर स्तिथ होने से कैंपस को मॉनसून (वर्षा ऋतू) में बाढ़ और कटाव् का खतरा था! इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एएमयू किशनगंज सेंटर के निदेशक प्रोफेसर रशीद नेहाल ने किशनगंज के जिलाधिकारी (डीएम) श्री पंकज दीक्षित से बाँध निर्माण के लिए आवयश्क सहायता प्रदान करने का आग्रह किया था! इसपर सकारात्मक एवं त्वरित कारवाई करते हुए डीएम ने बिहार सरकार के जल संसाधन विभाग से संपर्क स्थापित किया! वहीँ श्री दीक्षित ने एएमयू किशनगंज सेंटर के निदेशक प्रोफेसर नेहाल के साथ 8 दिसंबर, 2016 को निश्चय यात्रा के दौरान किशनगंज के दौरे पर आये मुख्यमंत्री श्री नितीश कुमार के सामने इस समस्या को प्रेजेंटेशन के जरिये प्रस्तुत किया! इसपर अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी से जल्द कारवाई करने का निर्देश दिया और जिसके परिणामस्वरूप एक महीने के अंदर जल संसाधन विभाग ने टेंडर जारी किया है!
बाँध निर्माण के कार्य के लिए टेंडर (निविदा) निकलने पर एएमयू किशनगंज कैंपस के शैक्षिक एवं अशैक्षिक कर्मचारियों में उत्साह है! वहीँ सेंटर के निदेशक किशनगंज के जिला पदाधिकारी श्री पंकज दीक्षित को बहुमूल्य योगदान देने के लिए धन्यवाद देने के साथ - साथ ये आशा जताई है की एएमयू किशनगंज कैंपस की जमीन और चहारदीवारी अब हर वर्ष आने वाली बाढ़ से सुरक्षित रहेगी! गौरतलब हो कि एएमयू किशनगंज सेंटर में फिलहाल बिहार सरकार द्वारा मुहैया कराये गए दो बिल्डिंगों (अस्थाई कैंपस) में पठन - पाठन का कार्य होता है! यहाँ एमबीए (MBA) और बीएड (B.Ed.) कोर्स की पढाई होती है! स्थाई कैंपस के निर्माण हो जाने से यहाँ कई अन्य कोर्स की पढाई भी शुरू की जा सकती है!
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