अस्तित्व बचाने के ख़तरे से जूझता खगड़ा मेला
और चित्रहार के नाम से बढ़ती अश्लीलता
कभी बिहार और देश का मशहूर किशनगंज का खगड़ा मेला साल-दर-साल अपनी चमक और नाम खोता जा रहा है! बड़े - बुजुर्गों के जुबानी कहें तो खगड़ा मेला किसी ज़माने में मवेशी मेला के रूप में काफी मशहूर था और यहाँ लोग देश के कोने - कोने से ऊँट, घोड़े, हाथी, गाय, बैल आदि खरीदने आते थे ! वहीँ इतिहास पर ध्यान दें तो बिहार में सोनपुर मेले के बाद किशनगंज के खगड़ा मेला का स्थान था! लेकिन बड़े ही अस्फोस की बात है कि स्थानीय प्रशासन के ढुलमुल रवैये से खगड़ा मेले की रौनक लगभग खो गई और ये मेला कुछ हरेकमाल (हर एक माल) की दुकानों, मिठाई की दुकानों, झूलों एवं कुछ अन्य दुकानों में सिमट कर रह गया है! वहीँ दूसरी तरफ मेले में जगह - जगह जूए के खेल धरल्ले से होते हैं और जैसे - जैसे शाम ढलती है मनोरंजन के नाम पर थिएटर / चित्रहार के शो शुरू हो जाते हैं जो देर रात तक चलते हैं ! ऐसे चित्रहार शो में नौजवानों से लेकर अधेड़ उम्र के लोग शर्म - लिहाज़ और सामाजिक / पारिवारिक दायित्व की परवाह किये बिना भारी संख्या में मौजूद रहते हैं और पैसे के साथ - साथ अपना समय बर्बाद करते हैं!
यूँ कहें की जिला प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए नाचने वाले युवतियों के द्वारा धररले से अश्लीलता पडोसी जाती है! ऐसे थिएटर / चित्रहार शो पिछले कई दशकों से खगड़ा मेला में आयोजित हो रहे हैं लेकिन प्रशासन ने कभी कड़ी कारवाई नहीं की! और पिछले वर्षो की तरह इस वर्ष भी पिछले लगभग तीन सप्ताह से चल रहे खगड़ा मेला में थिएटर / चित्रहार चित्रहार के नाम पर अश्लीलता परोसी जा रही थी। सूत्रों के मुताबिक खगड़ा मेला के पहले दिन से ही शराब की बोतल के साथ फूहड़ डांस का कार्यक्रम जारी था।लेकिन इन गैरकानूनी गतिविधियों से पुलिस-प्रशासन पूरी तरह अंजान बना हुआ था और सोमवार को सोशल मीडिया पर डांस की वीडियो वायरल होने के बाद हरकत में आई है!
शराबबंदी के नियम के उल्लंघन की सूचना पर पुलिस ने न्यू स्टार चित्रहार के प्रबंधक समेत छह लोगो को गिरफ्तार कर लिया, जबकि दो लोग भाग निकले. खगड़ा मेला में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी के आवेदन पर आठ लोगों के खिलाफ सदर थाना में केस नंबर 89/17 के तहत मामला दर्ज़ कर सोमवार की देर रात पुलिस की टीम द्वारा खगड़ा मेला के न्यू स्टार चित्रहार में छापेमारी कर मालदा निवासी तथा चित्रहार के मैनेजर शेख जमालउद्दीन, धनबाद निवासी व एनाउंसर गुड्डू खान, रायगंज निवासी तथा नर्तक शबू झा, नर्तकी झुम्पा झा, नर्तकी मौसमी विश्वास एवं नर्तकी रीमा साहा को हिरासत में लिया गया़ वहीं छापेमारी के दौरान चित्रहार के मालिक रज्जाक तथा मैनेजर महबूब आलम मौके से फरार होने में कामयाब हो गया़ चित्रहार मेले में आने वाले लोगों का मनोरंजन करता है परंतु पुलिस को यह शिकायत मिली थी कि मनोरंजन के दौरान चित्रहार में शराब वाले गीतों पर कलाकार नाचते हैं, जिससे बिहार मद्य निषेध अभियान का उल्लंघन माना जा रहा है और लोगों में इस कार्यक्रम में दिखाये गये गीतों द्वारा गलत संदेश जा रहा है़ !
हालाँकि पुलिस ने त्वरित कारवाई की है और नियमों का उल्लंघन करने वालों को गिरफ्तार किया है लेकिन चित्रहार के नाम पर पडोसी जा रही अश्लीलता से खगड़ा मेला के अस्तित्व को बहुत बड़ा खतरा है ! जिला मुख्यालय और शहर में स्तिथ होने के कारण यहाँ के स्थानीय लोग और आसपास के इलाकों से भी लोग बड़ी संख्या में परिवार के साथ खगड़ा मेला घूमने आते हैं ! लेकिन खुलेआम जुए के अड्डे और अश्लील थिएटर की वजह से परिवार वालों की काफी फ़ज़ीहत होती है और संकोच का माहौल बना रहता है !
जिला प्रशासन को चाहिए के वे खगड़ा मेला की खोई चमक को वापस लाने के लिए ऐसे गतिविधियों पर रोक लगाए ! मेले में थिएटर या अश्लीलता पड़ोसने वाले शो / कार्यक्रमों को अनुमति नहीं दी जानी चाहिए ! वहीँ जुआ या गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी - से - कड़ी कारवाई की जानी चाहिए ! साथ-ही-साथ स्थानीय सामाजिक संस्थान एवं उनके प्रतिनिधि खगड़ा मेले के गौरव को स्थापित करने के लिए प्रशासन को समय - समय पर आवश्यक सुझाव एवं सहयोग भी दें !
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