Sunday, 12 July 2020

किशनगंज में बाढ़ जैसे हालात, जीवन अस्त-व्यस्त, आमलोगों में ख़ौफ़ का माहौल 


किशनगंज में बाढ़ जैसे हालात, जीवन अस्त-व्यस्त, आमलोगों में ख़ौफ़ का माहौल 

(Flood Situation Creates Havoc in Kishanganj)

पिछले कई दिनों से हो रहे लगातार बारिश से किशनगंज ज़िले की ज़्यादातर नदियाँ उफान पर है और बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए | सूत्रों ने बताया है कि तीस्ता नदी बहुत उफान पे है सिक्किम में लोग बता रहे हैं 40 साल बाद इतना पानी तीस्ता नदी में देखने को मिल रहा है,लगातार 10 दिन से बारिश हो रही है | 

लगातार बढ़ रहे जलस्तर से जहाँ ज़िले के टेढ़ागाछ, ठाकुरगंज, बहादुरगंज, पौआखाली पंचायत के गाँव के निवासियों में बाढ़ को लेकर डर का माहौल है | स्थानीय लोग कुदरत की आपदा को लेकर काफी परेशान हैं और स्थानीय प्रतिनिधियों को समय पर बाँध / नदी कटाव से बचाव नहीं करने पर दोष दे रहे हैं | 



पौआखाली पंचायत के सिमलबाड़ी गांव में बूढ़ी कनकई नदी पूरे उफान पर है और उसकी बहाव धारा काफी तेज हो चुकी है जिससे जमीन का कटाव बहुत तेजी हो रहा है, तकरीबन 7 घंटे में (गांव वालों के बताने के अनुसार) यह नदी 40 फीट जमीन का काटव कर चुका है। नदी का कटाव इतनी तेज है कि गांव वाले काफी सहमे हुए हैं उन्हें डर लग रहा है की नदी इसी तरह अगर कटाव करती रही तो उन्हें गांव छोड़कर भागना पड़ेगा लेकिन वह जाएंगे कहां यह भी उनके मन में एक सवाल है। गांव वालों का कहना है कि उनके इस दुख की घड़ी में पंचायत प्रतिनिधि या विधायक कोई भी शामिल नहीं हुए हैं गांव वालों ने यहां तक कहा कि यह लोग सिर्फ वोट के दिनों में ही नजर आते हैं और अपनी रिश्तेदारी दिखाने लगते हैं लेकिन जब गांव वाले मुसीबत में होते हैं तब यह लोग अचानक से गायब हो जाते हैं इन्हें गांव का पता तक मालूम नहीं होता।

ऐसी ही प्रतिक्रिया दूसरे विधानसभा छेत्रों एवं पंचायत में रहने वाले लोगों का है | जिस तरह से पानी लगातार बढ़ रहा है उससे आमजनों को यह आंशका है कि कहीं वर्ष 2017 की तरह बाढ़ न आ जाए जिसमें उन्हें जान व माल का नुकसान उठाना पड़ा था | वहीँ ज़िला प्रशासन भी बाढ़ को लेकर काफी मुस्तैद है और नदी के तटबंधों का लगातार निरीक्षण कर रही है | 

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