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अलीगढ मुस्लिम विश्वविध्यालय के पूर्व उपकुलपति प्रोफेसर पी. के. अब्दुल अज़ीज़ के खिलाफ दर्ज वित्तीय अनियमित्ता और भ्रस्टाचार के आरोपों में सीबीआई ने क्लीनचिट दे दिया है! सुत्रों के मुताबिक़ सीबीआई को जांच में उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला और एजेंसी ने क्लोजर रिपोर्ट दिल्ली में पटियाला हाउस स्तिथ सीबीआई न्यायधीश स्वर्णकांता शर्मा की अदालत में जमा कर दिया है! प्रोफेसर अज़ीज़ को क्लीनचिट मिलने के फैसले का ह्यूमन चेन सोसाइटी ने स्वागत किया है! गौरतलब हो की प्रोफ अज़ीज़ ह्यूमन चेन के उपदेशक भी हैंI
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P K Abdul Azis |
ह्यूमन चेन के अध्यक्ष मोहम्मद असलम ने कहा की "हमें पता था की प्रोफेसर अज़ीज़ बेकसूर हैं, उनको बदनाम करने की कुछ लोगों ने साज़िश की थी, अब सीबीआई रिपोर्ट सबके सामने है इसलिए दूध का दूध और पानीं का पानी हो गयाI" वहीँ ह्यूमन चेन के उपाध्यक्ष मोहद मुदस्सीर आलम ने कहा की सीबीआई के फेसले का स्वागत करते हुए कहा की "प्रोफेसर अज़ीज़ को क्लीनचिट मिलना सच्चाई की जीत है, उन्होंने किशनगंज में एएमयू कैम्पस खुलवाने के अत्थक प्रयास किया जिसके लिए हम सीमांचलवासियों की तरफ से आभार प्रकट करते हैं"!
प्रोफ अज़ीज़ 11 जून 2007 से 17 जनवरी 2012 तक एएमयू के उपकुलपति रहे! इस दौरान उनपर वित्तीय अनियमित्ता और प्रशासनिक शक्तियों का अनुचित इस्तेमाल के आरोप लगे थेI एएमयू के पूर्व उपकुलपति पर 26 आरोप लगाये गए थे जिनमे सीबीआई कोई ठोस सबुत नहीं हासिल नहीं कर पाईI हालाँकि पहले भी केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय ने दो एजेंसियों को जांच की जिम्मेदारी दे थी, लेकिन अज़ीज़ बेकसूर साबित हुए थेI अज़ीज़ के विरोधियों ने पूर्व मानव संसाधन मंत्री कपिल सिबल से शिकायत करके सीबीआई जांच की मांग की थी जिसमे वे बेकसूर साबित हुएI