Friday 6 November 2015

एएमयू ओल्ड बॉयज एसोसिएशन बिहार ने पटना में मनाया सर सैयद दिवस

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अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय ओल्ड बॉय एसोसिएशन (एएमयूओबए) की बिहार इकाई ने शनिवार (31 अक्टूबर) की शाम को हज भवन, पटना  के प्रांगण में सर सैयद अहमद खान की 198वीं जयंती को हर्ष व उल्लास के साथ मनाया! इस अवसर पर पटना, बिहार के कई जिलों के साथ-साथ देश के विभन्न भागों एवं अमेरिका के शिकागो शहर में रहने वाले एएमयू के पूर्वर्ती छात्रों सहपरिवार शामिल हुए!  अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) की परंपरा के अनुसार विवि के संस्थापक सर सैयद अहमद खान के जन्मदिवस समारोह को पटना में जीवंत रूप देने की कोशिश की गयी जिसमें सांस्कृतक कार्यक्रमों ने चार चाँद लगा दिया! सर सैयद दिवस समारोह समारोह में बच्चों के भाषण एवं गीत, ग़ज़ल एवं कविता आदि आकर्षण रहे! 




एएमयू के पूर्वर्ती छात्र मोहम्मद मुदस्सीर आलम ने अलीग होने के अपने अनुभव एवं सर सैयद अहमद खान की जीवनी और उनके देश में आधुनिक शिक्षा के प्रसार में योगदान की चर्चा की! उन्होंने एक पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दूारा किशनगंज में स्तीथ एएमयू कैंपस की वर्तमान स्तिथि और केंद्र सरकार से फंड नहीं मिलने से हो रही कठिनाइयों का ज़िक्र किया! उन्होंने कहाकि बिहार और दुनियाभर में रहरहे अलीग अगर एकजुट होके एएमयू किशनगंज के लिए दिलखोल कर दान करें तो संपूर्ण कैंपस का निर्माण आसानी से हो सकता है, जिसका शुरुवाती टारगेट करीब एक लाख लोगों से 100 करोड़ रुपए होगा! 

एएमयूओबए बिहार के अद्यक्ष इंजीनियर आमिर हसन और महासचिव डॉक्टर अरशद हक़ ने संस्था के कार्यकलापों, गतिविधियों एवं आगामी योजनाओं का जिक्र अपने भाषण में किया! समारोह के मुख्य अतिथि महामहिम श्री जस्टिस (रिटायर्ड) बेलाल नाज़की, चेयरमैन, बिहार स्टेट ह्यूमन राइट्स कमीशन ने सर सैयद अहमद खान से प्रेरितअपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि समाज में हर वर्ग के लोगों को शिक्षा का समान अधिकार मिलना चाहिए! उन्होंने कहा की चाहे आमिर के बच्चे हों या ग़रीब के बच्चे, चाहे हिन्दू हो या मुस्लिम हर किसी को आधुनिक शिक्षा मिले, तभी समाज और देश का विकास हो सकता है! जस्टिस नाजकी ने कहा कि बहुत कम लोगों को पता है कि एएमयू से पहला ग्रेजुएट एक हिन्दू जय किशन था, इसलिए इस विश्वविद्यालय को सिर्फ मुसलमानों का कहना या समझना उचित नहीं है! 

वहीँ ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर साकेत कुशवाहा ने समारोह में शामिल होकर अपना हर्ष प्रकट करते हुए कहा कि वह एएमयू और सर सैयद के व्यक्तित्व से काफी प्रभावित रहे हैं और यह आशा करते हैं कि किशनगंज कैंपस एक दिन स्वंत्रत और भव्य विश्विद्यालय बन जायेगा! उन्होंने कहा राष्ट्रनिर्माण में बीएचयू और एएमयू का अहम योगदान रहा है और ऐसे विश्वविद्यालयों से पढ़े हुए छात्रों ने अलग-अलग छेत्रों में खूब नाम कमाया है! मौलाना मज़हरुल हक़ फ़ारसी एवं अरबी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एजाज़ अली अरशद ने भी एएमयू की परंपरा और उसकी खूबियों पर प्रकाश डाला! 

करनल जेड० आई० एस यज़दानी, बिहार रेजिमेंट सेंटर, दानापुर ने भी अपने विचार व्यक्त किये! इस अवसर एएमयू किशनगंज सेंटर के निदेशक डॉ० रशीद नेहाल उपस्थित थे, जिन्होंने कैंपस की गतिविधियों एवं चुनौतियों से लोगों को रूबरू किया! साथ ही साथ उन्होंने यह घोषणा की किशनगंज में 28 नवंबर को एलुमनाई मीट होने जा रहा है जिसमे उन्होंने बिहार के पूर्वर्ती छात्रों को भारी संख्या में शामिल होने का आग्रह किया! सर सैयद दिवस समारोह में भाषणों एवं सांस्कृतक कार्यक्रमों के बाद एएमयू के कुलगीत एवं राष्ट्रीयगान के बाद भव्य सर  सैयद डिनर (रात्रिभोज) में लोग शामिल हुए! इसके बाद आगे भी ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन के संकल्प के बाद समोरह का अंत हुआ!  

कार्यक्रम की औपचारिक शुरुवात कुरान की आयत पढ़ कर हुई, इसके बाद अतिथियों को फूलों का गुलदस्ता भेंट किया गया और प्रतिक चिंह भी दिया गया! इस अवसर पर एएमयूओबए बिहार ने अपना सोविनियर 'पयामे अलीग' पुस्तक का विमोचन किया और अपनी वेबसाइट http://www.amuobabihar.com/ भी लांच किया! इसके साथ-साथ 11 अक्टूबर को पटना मुस्लिम हाईस्कूल में राज्यस्तर पर स्कूली छात्रों के लिए सर सैयद के 198वें जयंती समारोह के उपलक्ष में निबंध लेखन प्रतियोगिता के विजेताओं को अतिथियों के हाथ से पुरस्कार एवं सर्टिफिकेट विस्तृत किये गए! 
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