इसी हफ्ते सीमाँचल के बाढ़ पीड़ित चार जिलों का हवाई सर्वेक्षण के बाद सीएम श्री नीतिश कुमार ने कटिहार में महानंदा तटबंध को काट दिये जाने पर ने जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक पर नाराजगी जताई थी। मुख्यमंत्री ने कहा था कि जब जिला प्रशासन को तटबंध के दबाव की जानकारी थी तो पहले से अलर्ट रहना चाहिए था। लेकिन सीएम के निर्देश से पहले ही किशनगंज जिले के डीएम (जिला पदाधिकारी) श्री पंकज दीक्षित एवं उनकी टीम ने जिले से गुजरने वाली महानंदा नदी के तटबंधों को बगलबारी - सीमलबारी के पास कटने से बचा लिया और इलाकें को भयंकर तबाही से बचा लिया था! किशनगंज डीएम के यह साहसिक कार्य और सूझबूझ किसी रियल लाइफ हीरो के किरदार से कम नहीं हैं! राज्य सरकार एवं भारत सरकार को ऐसे कुशल प्रशासनिक पदाधिकारियों को सम्मानित भी करना चाहिए ताकि दूसरे पदाधिकारियों को भी इनके जज़्बे से प्रोत्साहन मिले!
ज्ञात हो पिछले हफ्ते भारी बारीश के बाद किशनगंज में आये भयंकर बाढ़ से ज़िले में त्राहि - त्राहि मच गई और लाखों लोग इस प्राकृतक आपदा से प्रभावित हुए! किशनगंज ज़िले और आसपास के इलाकों में बाढ़ से मचने वाली तबाही कई गुणा अधिक हो सकती थी और जान व माल का काफी नुकसान हो सकता था! लेकिन सही वक़्त पर किशनगंज के डीएम (जिला पदाधिकारी) श्री पंकज दीक्षित, एसडीएम (सब डिविज़नल मजिस्ट्रेट) मोहम्मद शफ़ीक़ और जिला प्रशासन की मुस्तैद टीम ने किशनगंज को भारी तबाही से बचा लिया! हुआ यूँ कि जब नेपाल से अतिरिक्त पानी महानंदा में छोड़ा गया तो जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूर किशनगंज को बहादुरगंज और कोचाधामन ब्लॉक से जोड़ने वाली मुख्य लाइफ लाइन पुल (ब्रिज) पर बाढ़ के पानी का काफी दबाव बढ़ने लगा! आसपास के गाँवों में बाढ़ का पानी फैलने लगा और गाँववासी इकठ्ठा होकर महानंदा पुल पर बने बाँध को तोड़ने की माँग करने लगे! लेकिन मौके की नज़ाकत को देखते हुए एक रियल लाइफ हीरो की तरह किशनगंज डीएम खुद अपनी टीम के साथ पत्थर के बोल्डर डालने लगे और महानंदा पुल के किनारे बने बाँधों को छत्रिग्रस्त होने से बचा लिया! हालाँकि गाँव वाले उनसे नाराज़ थे, लेकिन डीएम साहब के इस साहसी और बड़े फैसले से जिले की लाइफलाइन महानंदा पुल छत्रिग्रस्त होने से बच गयी! यही नहीं किशनगंज डीएम एवं एसडीएम ने अपने सूझबूझ से जिले के दर्ज़नों गाँवों एवं उनमे रहने वाले लाखों लोगों को बेघर होने से बचा लिया जिनमे चकला, चरैया, बगलबद्दी आदि गाँव प्रमुख हैं!
गौरतलब हो कटिहार में पिछले दिनों महानंदा तटबंध को काट दिये जाने पर सीएम श्री नीतिश कुमार ने जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक कटिहार पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने कहा कि जब जिला प्रशासन को तटबंध के दबाव की जानकारी थी तो पहले से अलर्ट रहना चाहिए था। उन्होंने सभी जिलों के डीएम और एसपी को तटबंधों की सुरक्षा के निर्देश दिए थे!
हालाँकि अब किशनगंज जिले में बाढ़ का पानी तबाही मचाने के बाद अब उतर गया है, लेकिन डीएम श्री पंकज दीक्षित एवं एसडीएम मोहम्मद शफ़ीक़ की बहादुरी, सूझबूझ और कुशल प्रशासनिक योग्यता को इस प्राकृतक विपदा से निबटने के लिए लोग लंबे समय तक याद रखेंगे! राज्य सरकार एवं भारत सरकार को ऐसे कुशल प्रशासनिक पदाधिकारियों को सम्मानित भी करना चाहिए ताकि दूसरे पदाधिकारियों को भी इनके जज़्बे से प्रोत्साहन मिले!